अगर आप बकरी पालन करना चाहते हैं और आपके पास बकरी खरिदने के पैसे नहीं है, तो आप बकरी के बच्चों को खरीद कर बकरी पालन शुरू कर सकते हैं। बकरी के बच्चों को पालन पोषण करना भी आसान होता है और ये जल्दी बड़े भी हो जाते हैं लेकिन आपको जयदा छोटे बकरी के बच्चों को नहीं खरीदना है।
अगर आप जल्दी मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो आपको अच्छे नस्ल की बकरियाँ का चयन करना होगा, क्योंकि यह बकरियां बहुत जल्दी बड़ी हो जाती है और बच्चे भी दे देती है। इसलिए आप इन बकरियों का पालन करें।
जमुनापारी बकरी के बच्चों का पालन करें
जमुनापारी बकरी भारतीय नस्ल की एक प्रसिद्ध बकरी है, जिसे मुख्यतः दुधारू और मांस उत्पादन के लिए पाला जाता है। जमुनापारी बकरी के बच्चों का शरीर लंबा और स्वस्थ होता है। इनकी टांगें मजबूत और लंबी होती हैं, जिससे ये ऊँचाई में बड़े होते हैं। जमुनापारी बकरी के बच्चों के कान लंबे, चौड़े और लटकते होते हैं, जो इस नस्ल की प्रमुख पहचान है। इन बकरियों के बच्चे स्वभाव से शांत और मिलनसार होते हैं, जिससे इन्हें पालना आसान होता है।
जमुनापारी बकरी के बच्चे जल्दी बड़े होते हैं और इनका विकास तेजी से होता है। यह विशेषता उन्हें मांस उत्पादन के लिए भी उपयुक्त बनाती है। जमुनापारी बकरी के बच्चे जब बड़े होते हैं, तो मादा बकरियाँ अच्छी दूध उत्पादन देती हैं, जो लगभग 2-3 लीटर प्रतिदिन हो सकता है। इनकी औसत आयु भी सामान्य बकरियों से अधिक होती है, और ये कठोर परिस्थितियों में भी जीवित रह सकती हैं।
सिरोही बकरी के बच्चों का पालन
सिरोही बकरी मुख्य तौर पर राजस्थान में पाई जाती है सिरोही बकरी के बच्चों का रंग आमतौर पर हल्का भूरा (फॉन) होता है, जिसमें कभी-कभी सफेद धब्बे भी देखे जाते हैं। कुछ बच्चों का रंग गहरे भूरे या चितकबरा भी हो सकता है। इन बकरियों के बच्चों की त्वचा कठोर और मोटी होती है, जो इन्हें कठोर जलवायु परिस्थितियों में भी जीवित रहने में मदद करती है।
सिरोही बकरी के बच्चों की विकास दर अच्छी होती है, जिससे ये जल्दी बड़े हो जाते हैं। ये मांस उत्पादन के लिए उपयुक्त होते हैं, क्योंकि इनका वजन तेजी से बढ़ता है। सिरोही बकरी मुख्य रूप से मांस उत्पादन के लिए पाली जाती है, लेकिन मादा बकरियाँ दुध उत्पादन में भी सक्षम होती हैं। ये औसतन 1-2 लीटर दूध प्रतिदिन देती हैं।
बरबरी बकरी के बच्चों का पालन
बरबरी बकरी के बच्चे स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी मजबूत होते हैं। इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है, जिससे ये आमतौर पर बीमारियों से बचते हैं। ये बच्चे तेज़ी से बढ़ते हैं और यदि उन्हें अच्छा पोषण और देखभाल मिले तो उनकी वृद्धि दर अन्य नस्लों की तुलना में अधिक होती है।
मादा बरबरी बकरी के बच्चे बड़े होकर अच्छी मात्रा में दूध उत्पादन देते हैं। बरबरी बकरी की वृद्धि दर तेज होती है, जिससे मांस उत्पादन जल्दी हो जाता है। 6-9 महीने की उम्र में ही ये अच्छी मात्रा में मांस देने के लिए तैयार हो जाती हैं। यह नस्ल कम चारे पर भी अच्छा मांस उत्पादन करने की क्षमता रखती है, जिससे यह छोटे और मध्यम किसानों के लिए काफी फायदेमंद होता है।
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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है शाहिद और आप सभी लोगों का स्वागत है adbhutkheti.com पर। मैं अपने बारे में बात करूं तो मैंने स्नातक ज्योग्राफी से किया है। उसके बाद मैंने मास्टर्स एग्रीकल्चर ज्योग्राफी में क्या है। आज-कल मैं अपना बिजनेस और यूट्यूब चैनल के साथ-साथ ब्लॉग भी चला रहा हूं और साथ में किसानों के लिए कंटेंट लिख रहा हूं।