राजस्थान में करें जखराना बकरी का पालन, देगी सबसे ज्यादा दूध उत्पादन

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जखराना बकरी राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध देती है और इसे खास तौर पर दूध और मांस के लिए पाला जाता है जखराना बकरी की नस्ल राजस्थान के अलवर क्षेत्र में पाई जाती है यह नस्ल लोकल नस्ल नहीं है लेकिन फिर भी यह राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध देती है

जखराना बकरी की विशेषताएं

जखराना बकरी राजस्थान के अलवर जिले के जखराना गाँव से सबंध रखती है। यह मुख्य रूप से राजस्थान और पड़ोसी राज्यों में पाई जाती है। लेकिन इसकी पालन हर कोई कर सकता है। यह अपने अनेकों खूबियों की वजह से जानी जाती है।

शारीरिक संरचना

जखराना बकरियां मध्यम से बड़े आकार की होती हैं।
इन बकरियों का मुख्य रंग काला होता है, लेकिन इनके शरीर पर सफेद धब्बे भी हो सकते हैं। इनका सिर मध्यम आकार का और थोड़ा उभरा हुआ होता है। इनके कान लंबे और लटकते हुए होते हैं। नर और मादा दोनों में छोटे-छोटे सींग होते हैं।

उत्पादकता

जखराना बकरी को दुध उत्पादन के लिए पाला जाता है। ये एक दिन में 2-3 लीटर तक दूध देती हैं। इनका मांस भी अच्छा माना जाता है और बाजार में इसकी अच्छी मांग होती है। इन बकरियों का प्रजनन दर अच्छा होता है ये एक वर्ष में 2-3 बच्चे देने की क्षमता रखती हैं।

आहार और पालन

यह बकरी घास, पत्तियां, और अन्य पौधों का सेवन करती है। साथ में ये दाने वगैरह सबकुछ खा लेती है। जखराना बकरी कठोर जलवायु परिस्थितियों में भी अच्छी तरह से जीवित रह सकती है और कम संसाधनों में भी अच्छा उतपादन देती है।

जखराना बकरी का पालन कैसे करें

जखराना बकरी पालन एक लाभदायक बिजनेस हो सकता है, लेकिन इसके लिए उचित देखभाल और अच्छी जानकारी आवश्यकता होती है। तो अगर आप जखराना बकरी पालन करना चाहते हैं तो आप इन टिप्स को फॉलो करें।

नस्ल की पहचान

जखराना बकरी एक विशेष नस्ल है जो दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है। यह नस्ल मुख्य रूप से हरियाणा राज्य के जखराना गाँव में पाई जाती है। इस नस्ल की बकरियाँ उच्च दूध उत्पादन करती हैं और इनका शरीर काफी मजबूत होता है। जिस कारण राजस्थान में इसे सबसे ज्यादा पाला जाता है

आवास

बकरी पालन शुरू करने के लिए सबसे पहले बकरियों के लिए शेड बनाएं, जो चारों ओर से खुला हो और उसमें अच्छे से हवा आता हो तथा शेड में पानी की निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि बकरी के जगह पर गिला ना हो।

आप जितनी भी बकरियां पाल रहे है, लेकिन प्रत्येक बकरी के लिए जगह होना चाहिए, ताकि वे आराम से रह सकें। आम तौर पर, एक बकरी के लिए 10-12 वर्ग फुट जगह की जरूरत होती है।

आहार

बकरियों के आहार के लिए आप हरी घास, सूखा चारा, और दानेदार आहार को दे सकते हैं। लेकिन इन सब को संतुलित आहार के रूप में देना है। बकरियों को स्वच्छ और ताजे पानी पिलाएं। बकरियों के आहार में खनिज और विटामिन का मिश्रण शामिल करें जिससे उनका स्वास्थ्य बनी रहे।

प्रजनन

जखराना बकरियाँ आमतौर पर 18 से 20 महीने की उम्र में प्रजनन के लिए तैयार होती है, लेकिन प्रजनन के समय बकरियों का स्वास्थ्य जांचना जरूरी है, जिससे स्वस्थ और मजबूत बच्चे पैदा हों।

बकरी पालन कोर्स

अगर आप बकरी पालन करने जा रहे है, तो आपको बकरी पालन से जुड़ी सभी जानकारियां को जानना जरूरी होता है इसलिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से बकरी पालन की जानकारी ले सकते हैं। आप चाहे तो कृषि विभाग और स्थानीय पशुपालन अधिकारियों से संपर्क करें। वे आपको बकरी पालन से जुड़ी सभी जानकारी देगें।

जखराना बकरी किस लिए पाला जाता है

राजस्थान में जखराना बकरी को दूध के लिए पाला जाता है क्योंकि राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध यही बकरी देती है यह बकरी रोजाना 3 से 4 लीटर तक दूध देती है तथा जखराना बकरी को मांस के लिए पाला जाता है क्योंकि मादा बकरे का वेट 50 से 60 किलो तक होता है साथ में जखराना बकरी को बच्चों के लिए भी पाला जाता है जखराना बकरी एक साल में दो बार बच्चे दे सकती है इसलिए बहुत सारे लोग इसे बच्चों के लिए भी पलते हैं।

जखराना बकरी कहां मिलेगी

जखराना बकरी को आप किसी फॉर्म से या फिर मंडी से खरीद सकते है अगर आप जखराना बकरी को फार्म से खरीदते हैं तो आपको वहां पर कम दामों में बकरियां मिल जाएगी लेकिन अगर आप मंडी से बकरी को खरीदने है तो आपको वहां पे ज्यादा पैसा लग सकता है 6 महीने का बकरी आप लेते हैं तो लगभग 12 से 15 हजार तक आपको लग सकता है

जखराना बकरी को क्यों खरीदना चाहिए

  1. जखराना बकरी को दूध के लिए पाला जाता है यह रोजाना तीन से चार लीटर तक दूध दे देती है
  2. जखराना बकरी राजस्थान का अलवर जिले का बकरी है जिसको राजस्थान में काफी पसंद किया जाता है
  3. जाखाना बकरी को मांस के लिए भी पाला जाता है वजन में 45 से 60 किलो तक हो सकता है
  4. इस बकरी को बच्चों के लिए भी पाला जाता है यह साल में दो बार बच्चे दे सकती है
  5. जखराना बकरी हर मौसम में रहने में अनुकूल है राजस्थान की गर्मियों को यह बर्दाश्त कर लेती है

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