अगर आप बकरी पालन करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले बकरी पालन शैड बनाना होगा। बकरी पालन शैड अगर आप नहीं बनाते हैं तो बकरियों की रखरखाव और देखभाल करना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए सबसे पहले आपको बकरी पालने के लिए शैड बनाना होगा।
अगर आप 100 बकरियों को पालना चाहते हैं तो आपको बड़े शैड की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन अगर आप 50 बकरियां या इससे कम बकरी पालन करना चाहते हैं तो आप एक छोटा-मोटा बकरी पालन शैड बना सकते हैं। बकरी पालन सेट बनाने के लिए क्या-क्या चीजों की जरूरत पड़ती है, किस जगह पर बनाना चाहिए और बकरी पालन शैड कैसा होना चाहिए यह सारी जानकारी हम इस ब्लॉग में जानेंगे।
बकरी पालन शैड के लिए जगह
जगह: बकरी पालन शैड के लिए एक सही जगह का चुनना बहुत जरूरी है। जगह ऐसा होना चाहिए जहाँ पानी का जमाव न हो, ताकि बारिश के दौरान पानी शैड के अंदर न घुसे। शैड को जमीन से थोड़ी ऊँचाई पर बनाना सही होता है। यह ग्रामीण और शहरी दोनों जगहों पर बनाया जा सकता है, लेकिन यह ध्यान में रखना चाहिए कि शैड के आसपास हरियाली हो और वातावरण स्वच्छ हो।
शैड के पास में पानी की सुविधा होनी चाहिए, जिससे बकरियों को पानी देने में सुविधा हो और शैड की सफाई भी आसानी से की जा सके। अगर शैड के पास कोई जल स्रोत नहीं है, तो पानी की आपूर्ति के लिए टैंकर या कोई दूसरी व्यवस्था करनी चाहिए।
शैड खुली जगह में होना चाहिए ताकि बकरियों को प्राकृतिक हवा और रोशनी मिल सके। इसके अलावा, शैड के आसपास बकरियों के लिए सारी व्यवस्था होनी चाहिए, जैसे कि शेड को चारों ओर से बंद करना ताकि जंगली जानवरों से बकरियों की रक्षा हो सके।
बकरी पालन शैड का आकार और डिज़ाइन
आकार
शैड का आकार बकरियों की संख्या पर निर्भर करता है। आमतौर पर प्रति बकरी 10-15 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 10 बकरियों के लिए शैड बना रहे हैं, तो आपको कम से कम 100-150 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता होगी। अगर आप दूध देने वाली बकरियों का पालन कर रहे हैं, तो आपको अधिक जगह की आवश्यकता होगी, क्योंकि उन्हें आरामदायक स्थान चाहिए होता है।
ऊंचाई
शैड की ऊंचाई 7-8 फीट होनी चाहिए ताकि हवा की उचित निकासी हो सके। ऊँचाई का सही होना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इससे शैड के अंदर गर्मी और उमस कम होती है, जो बकरियों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
फर्श
फर्श ऊंचा होना चाहिए ताकि पानी अंदर न जा सके। यह फर्श लकड़ी, बांस, या कंक्रीट का होना चाहिए। लकड़ी और बांस का फर्श बेहतर होता है क्योंकि यह ठंडा होता है और बकरियों के लिए आरामदायक होता है। फर्श को थोड़ी ढलान पर बनाना चाहिए ताकि पानी आसानी से बाहर निकल सके।
दीवारें
दीवारें आधी ऊंचाई तक इंट से बनाएं और ऊपर जालीदार होनी चाहिए ताकि हवा का प्रवाह बना रहे। ठोस दीवारें बकरियों को ठंड और गर्मी से बचाने में मदद करती हैं, जबकि जालीदार दीवार हवा को संतुलन बनाए रखता है।
शैड बनाने का सामान
फ्रेम: शैड के फ्रेम के लिए लोहे या लकड़ी का उपयोग किया जा सकता है। लोहे का फ्रेम मजबूत और महंगा होता है, जबकि लकड़ी का फ्रेम सस्ता और बनाने में आसान होता है। यदि आप एक छोटा शैड बना रहे हैं, तो लकड़ी का फ्रेम अधिक अचछा होता है।
छत: छत के लिए टिन, एस्बेस्टस शीट या घास-फूस का उपयोग कर सकते हैं। टिन और एस्बेस्टस शीट की छत मजबूत और महंगा होती है, लेकिन गर्मियों में यह गर्म हो सकती है। घास-फूस की छत प्राकृतिक होती है और गर्मी में ठंडी रहती है, लेकिन इसे समय-समय पर बदलना पड़ सकता है।
दीवारें: दीवारों के लिए ईंट, बांस या लकड़ी का प्रयोग किया जा सकता हैं। ईंट की दीवारें ठोस और महंगा होता हैं, जबकि बांस और लकड़ी की दीवारें सस्ती और निर्माण में आसानी होती हैं। बांस और लकड़ी की दीवारें प्राकृतिक रूप से हवा को पास करती हैं, जिससे बकरियों के लिए बेहतर वेंटिलेशन होता है।
सुविधाएं
खाना-पानी की व्यवस्था
शैड में बकरियों के लिए खाना और पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। पानी के बर्तन साफ और ताजे पानी से भरे रहें। खाने के लिए अलग-अलग जगह बनाएं ताकि सभी बकरियों को समान मात्रा में खाना मिल सके। पानी के बर्तन को समय-समय पर साफ करना आवश्यक है ताकि उसमें कोई गंदगी या जीवाणु न रहें।
स्वच्छता
शैड की नियमित सफाई होनी चाहिए ताकि बकरियों को बीमारियों से बचाया जा सके। फर्श को रोजाना झाड़ू और पानी से धोना चाहिए। इसके अलावा, शैड के अंदर जमा गोबर और अन्य गंदगी को नियमित रूप से साफ करना आवश्यक है।
रोशनी और वेंटिलेशन
शैड में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन की व्यवस्था होनी चाहिए। प्राकृतिक रोशनी से बकरियों को विटामिन डी मिलता है, जो उनकी हड्डियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। वेंटिलेशन से शैड के अंदर ताजगी बनी रहती है और बदबू कम होती है।
बकरी का रख रखाव
अगर ज्यादा बकरियां हैं तो शैड को अलग-अलग सेक्शंस में बांट दे ताकि बकरियों को आराम से जगह मिल सके। गर्भवती बकरियों के लिए अलग सेक्शन, बीमार बकरियों के लिए अलग, और शिशु बकरियों के लिए अलग।
शैड के पास हरा-चारा की व्यवस्था होनी चाहिए, जीससे बकरियों को ताजा चारा आसानी से मिल सके और शैड की सफाई से निकलने वाली खाद से चारा को अधिक उगाया जा सकता है।
शैड का निर्माण इस तरह से होना चाहिए कि वह मौसम के सभी प्रकार के प्रभावों से बचा जा सके। गर्मियों में शैड के अंदर तापमान को ठंडा रखने के लिए छत पर पुआल या घास का उपयोग किया जा सकता है। ठंड के मौसम में शैड के अंदर गर्मी बनाए रखने के लिए प्लास्टिक शीट या तिरपाल का उपयोग किया जा सकता है।
बनाने का तरीका
फर्श को जमीन से ऊंचा रखें और उस पर लकड़ी या बांस की चटाई बिछाएं। फर्श को थोड़ा ढलान पर बनाएं ताकि पानी आसानी से बाहर निकल सके। फर्श को साफ करने के लिए इसे थोड़ा ऊंचा पर बनाना चाहिए ताकि सारा मूल मुत्र नीचे गिरे।
आधी ऊंचाई तक इंट की दीवारें बनाएं और ऊपर जालीदार दीवारें बनाएं। दीवारों को मजबूत और टिकाऊ बनाए रखने के लिए इन्हें अच्छे से जोड़ें। जालीदार दीवारों के लिए मजबूत और टिकाऊ सामान का उपयोग करें ताकि वे बकरियों के खुरों से सुरक्षित रहें।
टिन, एस्बेस्टस शीट या घास-फूस की छत लगाएं। छत को इस प्रकार डिजाइन करें कि वह बारिश के पानी को आसानी से बाहर निकाल सके। छत को मजबूत और टिकाऊ बनाए रखने के लिए इन्हें अच्छे से जोड़ें।
अगर आप इन सारी चीजों को ध्यान में रखकर अपना बकरी पालन शैड बनाते हैं, तो आपका बकरी पालन शैड मजबूत और टिकाऊ बना रहेगा। उम्मीद करते हैं यह ब्लॉग आपको अच्छा लगा होगा और आपके सारे सवालों का जवाब मिल गया होगा।
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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है शाहिद और आप सभी लोगों का स्वागत है adbhutkheti.com पर। मैं अपने बारे में बात करूं तो मैंने स्नातक ज्योग्राफी से किया है। उसके बाद मैंने मास्टर्स एग्रीकल्चर ज्योग्राफी में क्या है। आज-कल मैं अपना बिजनेस और यूट्यूब चैनल के साथ-साथ ब्लॉग भी चला रहा हूं और साथ में किसानों के लिए कंटेंट लिख रहा हूं।