हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग भारत में बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है, और हमारे किसान भाई इस तरीके को अपना कर बहुत ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग में ना तो मिट्टी की जरूरत पड़ती है और ना ही खेत की, बल्कि इसे कहीं पर भी किया जा सकता है। अगर आपके पास एक कमरा है, तो आप वहां भी हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग कर सकते हैं। खेत में सब्जी उगाने में महीने लग जाते हैं। लेकिन अगर आप हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग करते हैं, तो आप शाम में सब्जी लगाएंगे तो वो अगले सुबह तक तैयार हो जाएगा। और खेत के मुकाबले इसमें ज्यादा घने फसल उगते हैं, तो इसी को देखते हुए सभी किसान इस तकनीक की तरफ जा रहे हैं। लेकिन बहुत सारे किसान हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग करने का सही तरीका नहीं जानते हैं, तो इस ब्लॉग में हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग करने का सही तरीका जानेंगे।
हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग शुरू कैसे करें
हाइड्रोपोनिक फार्मिंग शुरू करने के लिए आपके पास अच्छा खासा जगह हो जहां आप हाइड्रोपोनिक्स की पूरी तरह से सेटअप कर सकते हैं, अगर आपके पास खुली जगह नहीं है तो आप अपने छत पर या किसी रूम में भी हाइड्रोपोनिक्स खेती कर सकते हैं। उसके बाद आपको कुछ सामानों की जरूरत पड़ेगी, जिसे आप अगर नहीं खरीदते हैं तो आप हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग नहीं कर सकते हैं। इसलिए आपको इन सामानों को खरीदना ही पड़ेगा, आप छोटे स्तर पर हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग शुरू करते हैं तो आपको कम खर्चा लगेगा, लेकिन अगर आप बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो आपको एक लाख तक खर्चा लग सकता है।
हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग शुरू करने के लिए जरूरी चीजें
हाइड्रोपोनिक फार्मिंग शुरू करने के लिए कई प्रमुख सामग्रियों और उपकरणों की आवश्यकता होती है। यहाँ आपको क्या चाहिए इसकी सारी जानकारी दी गई है।
ग्रोइंग सिस्टम
- डीप वॉटर सिस्टम: इसमें जलाशय, एयर पंप, एयर स्टोन और नेट पॉट शामिल हैं।
- न्यूट्रिएंट तकनीक: इसमें चैनल, पोषक तत्व, पानी पंप और रिटर्न सिस्टम की आवश्यकता होती है।
- ईब एंड फ्लो (फ्लड एंड ड्रेन): इसमें ग्रो ट्रे, जलाशय, सबमर्सिबल पंप और टाइमर शामिल हैं।
- विक सिस्टम: इसमें विक्स, ग्रोइंग मीडियम और पोषक तत्व जलाशय की आवश्यकता होती है।
- एरोपोनिक्स: इसमें मिस्टिंग सिस्टम, पोषक तत्व जल और टाइमर की आवश्यकता होती है।
पोषक तत्व
हाइड्रोपोनिक पोषक तत्व: हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग करने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जिसमें पहला पोषक तत्व (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम), दूसरा पोषक तत्व (कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर) और तीसरा पोषक तत्व (लोहा, मैंगनीज, जस्ता, तांबा, मोलिब्डेनम, बोरॉन) शामिल हैं।
पानी
- पानी का स्रोत: इसका उपयोग दूषित पदार्थों से बचने के लिए साफ-सुथरा और फ़िल्टर किया हुआ पानी होना चाहिए।
- pH और EC मीटर: इसका उपयोग पोषक तत्व के pH और विद्युत को मापने के लिए।
प्रकाश स्रोत
- ग्रो लाइट्स: पौधों के आकार और प्रकार के आधार पर LED, फ्लोरोसेंट या उच्च-तीव्रता डिस्चार्ज (HID) लाइट्स।
- लाइट टाइमर: प्रकाश व्यवस्था के शेड्यूल को सेट करने के लिए।
अन्य उपकरण
- वेंटिलेशन: हवा के संचार के लिए पंखे लगवाएं
- जलवायु नियंत्रण: तापमान और आर्द्रता को सही से देने के लिए हीटर, कूलर, ह्यूमिडिफ़ायर और डीह्यूमिडिफ़ायर लगवाएं
- ग्रो टेंट: इनडोर हाइड्रोपोनिक सेटअप और वातावरण बनाने के लिए।
- बीज या अंकुर: हाइड्रोपोनिक वृद्धि के लिए अच्छी किस्में चुनें।
- पंप सिस्टम: पोषक तत्व और ऑक्सीजन परिसंचरण के लिए पानी और हवा पंप लगवाएं।
- मापने के उपकरण: अच्छे पोषक तत्व मिश्रण के लिए सिलेंडर, पिपेट और तराजू।
- सफाई मशीन: सिस्टम को साफ रखने और रोग को रोकने के लिए सफाई मशीन लगवाएं।
- पौधों पर निगरानी: सिस्टम और पौधों के स्वास्थ्य को ट्रैक करने के लिए डिजिटल या मैनुअल उपकरण लगवाएं।
इलेक्ट्रॉनिक यंत्र
- ग्रो ट्रे या कंटेनर: इसका उपयोग पौधों को जगह देने के लिए किया जाता हैट्यूबिंग और फिटिंग: इसका उपयोग पानी और हवा बदलने के लिए किया जाता है
- टाइमर और नियंत्रक: इसका उपयोग रोशनी, पंप और अन्य उपकरणों को सेट करने के लिए किया जाता है
हाइड्रोपोनिक्स प्लांट्स लगाने का तरीका
जो लोग हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग पहली बार लगा रहे हैं उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए यहां पर आपको सही गाइड दी गई है जिसकी मदद से आप हाइड्रोपोनिक्स प्लांट लगा सकते हैं।
हाइड्रोपोनिक सेट तैयार करें
शुरुआत करने के लिए डीप वॉटर कल्चर प्रणाली चुनें। आपको पोषक तत्व जमा करने के लिए एक कंटेनर, ऑक्सीजन के लिए एक वायु पंप और नेट पॉट की जरूरत होगी। जिसमें पानी भरकर कंटेनर में हाइड्रोपोनिक पोषक तत्वों को मिलाएं। उसके बाद नेट पॉट को इस तरह रखें कि तने और पत्तियाँ पानी से ऊपर हों, ताकि जड़ों तक पोषक तत्व पहुंच सके।
बीज या पौधे चुनें
अगर आप पहली बार हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग करने जा रहे हैं तो पौधों से शुरुआत करें क्योंकि इन्हें उगाना काफी आसान होता है। आप ऐसे पौधे को चुनें जो हाइड्रोपोनिक्स में अच्छे से उगते हैं, जैसे पालक, मिर्च, टमाटर, सलाद पत्ती औरस्ट्रॉबेरी इन सब को चुन सकते है। पौधों को नेट पॉट में रखें, इन्हें सहारा देने के लिए छोटे-छोटे पत्थरों का उपयोग कर सकते है, लेकिन ध्यान रहे कि जाने पानी के अंदर रहना चाहिए, क्योंकि इसी पानी में पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो पौधों को बढ़ने में मदद करते हैं।
अगर आप पौधों को उनके बीज से उगाना चाहते हैं तो सबसे पहले आप जिस भी पौधे को हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग में लगाना चाहते हैं उन सब का आप नर्सरी तैयार कर ले नर्सरी तैयार करने के लिए आप किसी भी ग्रो बैग का उपयोग कर सकते है जब पौधा प्लांट करने के लिए तैयार हो जाए तब आप उसे हाइड्रो प्लांट्स में लगा दें
पोषक तत्व दे
पोषक तत्व मापने के लिए pH की जांच करते रहे, जो 5.5 और 6.5 के बीच होना चाहिए। पानी अगर खराब हो जाता है तो इससे भी पौधे मर सकते हैइसलिए समय-समय पर पानी को फिल्टर करते रहें और जैसे ही पानी में पोषक तत्व की कमी होती है वैसे ही उसमें पोषक तत्व मिला दें इससे आपका पौधा कभी खराब नहीं होगा। पौधों को अच्छे से ग्रो करने के लिए आप उसके वातावरण को उसके अनुकूल रखें, हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग को ज्यादा सूर्य की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए आप सुनिश्चित करें कि वहां ज्यादा सूर्य की की कितने ना पहुंचे।
हाइड्रोपोनिक्स प्लांट्स की देखभाल
- जब पौधे को लगा दिया जाता है तब यूं ही नहीं छोड़ दिया जाता है, बल्कि इसकी पूरी तरह से देखभाल करनी होती है। नहीं तो आपका पौधा सड़ भी सकता है। इसलिए आपको अच्छा रिजल्ट चाहिए तो आप अपने पौधे की अच्छी तरह से देखभाल करें।
- समय-समय पर पानी बदलें, जब आपको पानी मैला या धुंधला दिखाई देने लगे तो आप तुरंत पानी को बदलें
- पानी से खेती करने के लिए आपको उसे पानी में जैविक खाद मिलना ही पड़ेगा, जो आपको ऊपर ही बता दिया गया है
- अगर आप फूल वाले पौधे को लगते हैं, तो जैसे-जैसे वह ग्रो करता है वैसे-वैसे उसका वजन बढ़ जाता है। इसलिए उसको सपोर्ट देने के लिए आप किसी भी टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर आप उसे रस्सी के सहारे सपोर्ट दे सकते हैं।
- हाइड्रोपोनिक्स प्लांट्स को गो करने के लिए स्टोरी की प्रकाश की जरूरत पड़ती है, इसलिए आपके पौधे पर पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी पहुंचनी चाहिए। इससे पौधा जल्दी ग्रो करता है।
FAQs
Q. क्या हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग में शिमला मिर्च उगाया जा सकता है?
उत्तर: हां, शिमला मिर्च (बेल मिर्च) को हाइड्रोपोनिक सिस्टम में सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है। ये नियंत्रित वातावरण में अच्छी तरह से पनपते हैं जहां पोषक तत्व, प्रकाश और पानी को उनके विकास के लिए अनुकूल किया जा सकता है।
Q. क्या चुकंदर को हाइड्रोपोनिक्स में उगा सकते हैं?
उत्तर: हां, चुकंदर को हाइड्रोपोनिक सिस्टम में उगाया जा सकता है। ये डीप वॉटर कल्चर (DWC) या न्यूट्रिएंट फिल्म तकनीक (NFT) जैसी व्यवस्थाओं में अच्छी तरह से विकसित होते हैं, जहां इनमें जड़ विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व और पानी मिल सकता है
Q. हाइड्रोपोनिक्स में पौधे कब तक बढ़ कर तैयार हो जाते हैं?
उत्तर: पौधे आमतौर पर मिट्टी की तुलना में हाइड्रोपोनिक सिस्टम में तेजी से बढ़ते हैं। उदाहरण के लिए, लेट्यूस जैसी पत्तेदार सब्जियाँ लगभग 3-4 सप्ताह में कटाई के लिए तैयार हो सकती हैं, जबकि तुलसी जैसी पत्तियां लगभग 4-6 सप्ताह लेती हैं। टमाटर और मिर्च जैसे फल देने वाले पौधों को फल देना शुरू करने में 8-12 सप्ताह लग सकते हैं। पौधे के प्रकार और सिस्टम की स्थितियों के आधार पर विकास दर अलग-अलग हो सकती है।
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नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है शाहिद और आप सभी लोगों का स्वागत है adbhutkheti.com पर। मैं अपने बारे में बात करूं तो मैंने स्नातक ज्योग्राफी से किया है। उसके बाद मैंने मास्टर्स एग्रीकल्चर ज्योग्राफी में क्या है। आज-कल मैं अपना बिजनेस और यूट्यूब चैनल के साथ-साथ ब्लॉग भी चला रहा हूं और साथ में किसानों के लिए कंटेंट लिख रहा हूं।