बकरी का पेट फूल गया है, तो जान ले बकरी का पेट फूलने का घरेलू इलाज

अगर बकरी का पेट फूल जाए तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती है जो समय पर इलाज न होने पर जानलेवा भी हो सकती है। इसे पशु चिकित्सा की भाषा में अफारा या ब्लोट कहा जाता है। क्या समस्या तभी उत्पन्न होती है जब डाइजेस्टिव सिस्टम में गैस अधिक जमा हो जाते हैं। तो आईए जानते हैं कि आखिर बकरी का पेट फूलने का घरेलू इलाज क्या है।
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बकरी का पेट फूलने के कारण

बकरी का पेट फूलने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन पहला कारण यह है की बकरियां अगर ज्यादा मात्रा में हरी घास खा लेती है तो उसमें मौजूद नाइट्रोजन गैस पेट में फंस जाती है जिससे बकरियों का पेट फूलने लगता है।
दूसरा कारण यह है कि अगर बकरियां अचानक से ज्यादा मात्रा में अनाज खा लेती है और उसे पचाने में वह असमर्थ रहती है, तो उससे गैस बनने लगती है जिस कारण से भी बकरी का पेट फूल जाता है।
अगर बकरी बासी या सड़ा गला खाना खा लेती है तो यह भी गैस उत्पन्न कर देते हैं। कभी-कभी बकरियों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पाता है अन्यथा इससे भी गैस बन सकती है।

पेट फूलने के लक्षण

बकरी के पेट फूलने के कुछ आम लक्षण हो सकते हैं।
  • पेट का बाईं ओर से अत्यधिक फूला होना (यह रूमेन का हिस्सा होता है)

  • बार-बार मुंह चलाना लेकिन डकार नहीं आना

  • बेचैनी या बार-बार करवट बदलना

  • चलने या खड़े होने में परेशानी

  • सांस लेने में तकलीफ या हांफना

  • बार-बार बैठना और उठना

  • मुंह से झाग निकलना

बकरी के पेट फूलने का घरेलू उपचार

अगर आपको लगे हो की बकरी का पेट फूल चुका है तो बिना देर किए एक चम्मच सरसों का तेल गर्म करें और उसमें चुटकी भर हींग डालें। अब इस घोल को बकरी के मुंह में धीरे-धीरे डालें। यह घरेलू उपाय बकरी के गैस को बाहर निकलने में मदद करेगा, इससे बकरी को तुरंत आराम मिल सकता है।
दूसरा नुस्खा, एक गिलास गुनगुना पानी में और उसने एक से दो चम्मच हिंग और एक चम्मच अजवाइन मिला दे। अब इस मिश्रण को बकरी को पिलाएं। यह बकरी के पाचन तंत्र को मजबूत करता है और गैस को बाहर निकालने में मदद करता है।
तीसरा नुस्खा, एक नींबू लें और उसको एक गिलास पानी में नहीं निचोड़ दे उसके बाद एक से दो चम्मच बैंकिंग सोडा मिलाएं। अब इस घोल को बकरी को थोड़ा-थोड़ा करके पिलाएं। यह उपाय अनुभवी पशुपालक या पशु चिकित्सा के निगरानी में करें।
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